शरद की उज्ज्वल रात में, पूर्ण चंद्र। खिल उठा है व्योम में, मन पुलकित है। शरद की उज्ज्वल रात में, पूर्ण चंद्र। खिल उठा है व्योम में, मन पुलकित ह...
काहे भूली गईला भइला तुहु बड़ा घटिया कटले कटात नईखे जड़वा मे रतिया। काहे भूली गईला भइला तुहु बड़ा घटिया कटले कटात नईखे जड़वा मे रतिया।
उधर रात सुबकती रही देहरी पर नव-ब्याहता की विदाई-सी रुलाई लिए। अब सूरज को शास्त्र क उधर रात सुबकती रही देहरी पर नव-ब्याहता की विदाई-सी रुलाई लिए। अब सूरज क...
कैसे भुलूँ वो रात जमीं -आसमाँ मिल रहे थे जिस रात । उफ़्फ़ कैसे भूला दूँ वो रात, हुस्न था कैसे भुलूँ वो रात जमीं -आसमाँ मिल रहे थे जिस रात । उफ़्फ़ कैसे भूला दूँ वो रात,...
यस , डार्क फेन्टसी वाली ही रात थी जन्मा था एक चाँद मेरी ज़िंदगी की रात के आँचल तले च यस , डार्क फेन्टसी वाली ही रात थी जन्मा था एक चाँद मेरी ज़िंदगी की रात के...
लो, मैंने तो नींद के नाम पर आपको सीरियस कर दिया, लेकिन बात तो सच्ची है न लो, मैंने तो नींद के नाम पर आपको सीरियस कर दिया, लेकिन बात तो सच्ची है न